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गुजरात में चांदीपुरा वायरस ने मचाया कोहराम, जानें इसे रोकने के लिए क्या कर रही है सरकार

चांदीपुरा वायरस
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देश के कई राज्यों में इन दिनों एक नया वायरस आया है, जिसका नाम है चांदीपुरा वायरस। इस वायरस ने अब तक 27 लोगों को अपना शिकार बना लिया है। इनमें से 24 मामले तो गुजरात के ही हैं, जबकि 3 मामले दूसरे राज्यों से आए लोगों के हैं। सबसे दुखद बात ये है कि इस वायरस ने 15 लोगों की जान ले ली है। ये आंकड़े चौंकाने वाले हैं और हर किसी को चिंतित कर रहे हैं।

राज्य के 12 जिलों में इस वायरस का असर देखा गया है। साबरकांठा और अरावली जिलों में सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। यहां के सिल्वरपुरा गांव में चार-चार लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। यहां तक कि एक 4 साल की मासूम बच्ची भी इस वायरस से संक्रमित पाई गई है। ये खबर सुनकर तो किसी का भी दिल दहल जाएगा।

लेकिन अब कहा जा रहा है कि घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि गुजरात सरकार पूरी तरह से अलर्ट हो गई है। इसके लिए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने खुद कमान संभाल ली है। उन्होंने एक बड़ी बैठक बुलाई जिसमें राज्य के स्वास्थ्य मंत्री, जिला अधिकारी, नगर निगम आयुक्त, नगर पालिका के अधिकारी और कई अन्य बड़े लोग शामिल हुए। इस बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं।

सरकार ने मरीजों के इलाज के लिए खास गाइडलाइन जारी की है। आंगनवाड़ी और आशा वर्करों को गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक करने का काम दिया गया है। जहां-जहां वायरस का असर ज्यादा है, वहां कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है। सभी जिलों को हाई अलर्ट पर रहने के आदेश दिए गए हैं।

अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये चांदीपुरा वायरस है क्या चीज? तो बता दें कि ये रैबडोविरिडे नाम के वायरस परिवार का एक सदस्य है। ये वायरस बड़ा चालाक है। पहले तो ये फ्लू जैसे लक्षण दिखाता है, जिससे लोग इसे आम बुखार समझकर इग्नोर कर देते हैं। लेकिन फिर ये धीरे-धीरे दिमाग पर हमला करता है और इंसेफेलाइटिस यानी मस्तिष्क की सूजन पैदा कर देता है।

क्या है चांदीपुरा वायरस का इतिहास?
इस वायरस की पहचान सबसे पहले 1965 में महाराष्ट्र में हुई थी। तब से लेकर अब तक ये कई बार भारत में इंसेफेलाइटिस का कारण बना है। लेकिन इस बार इसने गुजरात को अपना निशाना बनाया है।

तो दोस्तों, अब आप जान गए हैं कि ये चांदीपुरा वायरस क्या बला है। लेकिन डरने की जरूरत नहीं है। बस कुछ सावधानियां बरतनी हैं। अपने आस-पास साफ-सफाई रखें। मच्छरों से बचें। बुखार या सिरदर्द हो तो तुरंत डॉक्टर से मिलें। सरकार जो भी गाइडलाइन दे, उसका पालन करें।

याद रखिए, हम सब मिलकर इस वायरस को हरा सकते हैं। बस थोड़ी सी सावधानी और थोड़ा सा ध्यान। अपना भी ख्याल रखें और दूसरों का भी। क्योंकि जब हम एक होंगे, तभी इस वायरस को मात दे पाएंगे।

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