कांग्रेस का चुनावी मंत्र: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने हाल ही में लोकसभा चुनावों के संदर्भ में कांग्रेस की चुनावी रणनीति, कहानी निर्धारण, और चुनावों के प्रति उम्मीदों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने एक तीखे अभियान के साथ नैरेटिव सेट किया है जो ‘अगर मगर’ से रहित है, और इसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बैकफुट पर धकेल दिया है।
रमेश ने बताया कि भारत जोड़ो यात्रा ने कांग्रेस के लिए एक नई कहानी बनाने की शुरुआत की थी। यह यात्रा सितंबर 2022 से जनवरी 2023 तक चली और इसने कांग्रेस और भारतीय राजनीति के लिए एक परिवर्तनकारी आंदोलन साबित हुई। उन्होंने कहा कि इस यात्रा ने राहुल गांधी को जनता से जोड़ने और संगठन को संगठित करने में मदद की।
जयराम रमेश ने यह भी बताया कि कांग्रेस के ‘गारंटी कार्ड्स’, जिनमें पार्टी के वादे ‘युवा न्याय, किसान न्याय, नारी न्याय, श्रमिक न्याय और हिस्सेदारी न्याय’ थीम्स के तहत दिए गए हैं, देश के लगभग सात करोड़ घरों तक पहुंच चुके हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने नैरेटिव सेट किया है और यह नैरेटिव राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा सेट किया गया था, जो भारत जोड़ो न्याय यात्रा का सीधा परिणाम था।
रमेश ने यह भी दावा किया कि इस अभियान ने प्रधानमंत्री मोदी को रक्षात्मक बना दिया है और उन्हें बैकफुट पर धकेल दिया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री को इस अभियान में जितना नर्वस, परेशान और असंतुलित देखा है, उतना पहले कभी नहीं देखा।
जयराम रमेश के अनुसार, कांग्रेस की चुनावी रणनीति अधिक मजबूत, तीखी और स्पष्ट थी, और इसमें कोई ‘अगर मगर, किंतु परंतु’ नहीं था। उनका मानना है कि इस रणनीति ने कांग्रेस को 2014 और 2019 के चुनावों की तुलना में लोगों तक अधिक सफलतापूर्वक पहुंचने में मदद की।