Election Commission: नई शिक्षा नीति के अनुसार इंटर्नशिप को अनिवार्य करने के उद्देश्य से चुनाव आयोग ने एक अनोखा कदम उठाया है। आयोग ने स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों के लिए “मतदाता मित्र” कार्यक्रम शुरू किया है। इस कार्यक्रम के तहत तीन महीने की अवधि के लिए छात्रों को चुनाव आयोग के विभिन्न कार्यालयों में काम करने का अवसर दिया जाएगा।
क्या करेंगे “मतदाता मित्र”?
मतदाता सूची तैयार करने के लिए शिविरों का आयोजन और प्रबंधन।
मतदाता जागरूकता के लिए पथनाट्य, कार्यक्रमों और अभियानों में भागीदारी।
घर-घर जाकर मतदाताओं को मतदान के लिए प्रोत्साहित करना।
सोशल मीडिया के माध्यम से तृतीयपंथियों, दिव्यांगजनों और युवा मतदाताओं को जागरूक करने के लिए वीडियो और पोस्ट तैयार करना।
जिला चुनाव कार्यालयों, महाविद्यालयों और सामाजिक संस्थाओं के साथ समन्वय स्थापित करना।
चुनाव में भी योगदान देने जैसे कार्य मतादाता मित्र करेंगे।
यही नहीं, इंटर्नशिप अवधि के अलावा, छात्र स्वयंसेवक के रूप में चुनाव प्रक्रिया में भी योगदान देंगे।
चयन प्रक्रिया
छात्रों का चयन मुख्य चुनाव अधिकारी या जिला चुनाव अधिकारी द्वारा किया जाएगा। चयनित छात्रों को इंटर्नशिप पूरा करने पर प्रमाण पत्र प्रदान दिया जाएगा। (Election Commission)
लाभ
चुनाव प्रक्रिया का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करना।
मतदाता शिक्षा और जागरूकता में योगदान देना।
कौशल और क्षमताओं को विकसित करना।
नेतृत्व और टीम वर्क का अनुभव लेना।
शर्तें
इंटर्नशिप के दौरान छात्रों को अपना पूरा समय देना होगा।
अन्य व्यावसायिक गतिविधियों में शामिल होने की अनुमति नहीं होगी।
काम के बदले कोई मानधन नहीं दिया जाएगा।
यात्रा एवं आवास व्यय छात्रों को स्वयं वहन करना होगा।
निर्धारित समय पर आना अनिवार्य होगा।
किसी कारणवश इंटर्नशिप छोड़ने पर मुख्य चुनाव अधिकारी या जिला चुनाव अधिकारी को लिखित सूचना देनी होगी।
छात्रों द्वारा तैयार सामग्री (वीडियो, पोस्ट, रिपोर्ट) पर चुनाव आयोग का अधिकार होगा।
नई शिक्षा नीति के अनुरूप यह इंटर्नशिप कार्यक्रम छात्रों के लिए एक अनूठा अवसर है, जो उन्हें चुनाव प्रक्रिया को समझने, मतदाता जागरूकता में योगदान देने और अपने कौशल को विकसित करने में मदद करेगा। (Election Commission)