महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हाल ही में एक बड़ा आरोप लगाया है कि पूर्ववर्ती उद्धव ठाकरे सरकार ने देवेंद्र फडणवीस सहित राज्य के चार प्रमुख भाजपा नेताओं को जेल में डालने की साजिश रची थी। इस खुलासे के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में काफी हलचल मच गई है।
शिंदे ने यह दावा एक अंग्रेजी अखबार को दिए गए इंटरव्यू में किया। उन्होंने कहा कि जब वे महा विकास अघाड़ी (MVA) सरकार में शहरी विकास मंत्री थे, तो उन्हें उद्धव ठाकरे द्वारा उनका मंत्री पद छीनने की धमकी दी गई थी। उन्होंने यह भी बताया कि उन्हें गंभीरता से नहीं लिया जा रहा था और उनके कई कामों में दखल दिया जाता था। आदित्य ठाकरे द्वारा उनके काम में बार-बार हस्तक्षेप किए जाने की बात भी उन्होंने कही।
इस आरोप के जवाब में, शिवसेना (उद्धव गुट) के सांसद संजय राउत ने शिंदे के दावों को झूठा बताया है। राउत ने कहा कि शिंदे जेल जाने के डर से भाग खड़े हुए थे और भाजपा उन्हें ईडी, सीबीआई और अन्य केंद्रीय जांच एजेंसियों के माध्यम से जेल में डाल देती, इसलिए वे डर गए और भाग गए।
इस घटनाक्रम से यह स्पष्ट होता है कि महाराष्ट्र की राजनीति में अभी भी तनाव और आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस तरह के आरोपों से राज्य की राजनीतिक स्थिरता पर भी प्रश्न उठते हैं और यह आगामी चुनावों पर भी प्रभाव डाल सकता है।