Jamaat Support Issue in Wayanad Election: आपको बताते हैं कि केरल की राजनीति इन दिनों बेहद दिलचस्प मोड़ पर है। वायनाड में होने वाले उपचुनाव ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है, जिसमें मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और कांग्रेस की स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी आमने-सामने आ गई हैं। इस पूरे घटनाक्रम की कहानी बेहद रोचक है।
जमात ए इस्लामी पर बवाल: सीएम विजयन का दावा
केरल का धार्मिक विवाद अब नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया है। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने एक चुनावी रैली में बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि प्रियंका गांधी वायनाड में जमात ए इस्लामी के समर्थन से चुनाव लड़ रही हैं। विजयन ने कहा, “कांग्रेस का धर्मनिरपेक्ष चेहरा अब बेनकाब हो गया है। क्या धर्मनिरपेक्षता के झंडाबरदार हर तरह के सांप्रदायिक ताकतों का विरोध नहीं करेंगे?” केरल का धार्मिक विवाद इतना गहरा है कि अब इसने राष्ट्रीय मीडिया का भी ध्यान खींचा है।
जमात ए इस्लामी: संगठन की असली कहानी
आइए समझते हैं कि आखिर यह जमात ए इस्लामी है क्या। यह एक इस्लामिक संगठन है जो शरिया कानून में विश्वास करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस संगठन की स्थापना 1941 में हुई थी। केरल में इसकी गतिविधियां काफी व्यापक हैं। संगठन सामाजिक, शैक्षिक और राजनीतिक क्षेत्रों में सक्रिय है। हालांकि, इस पर कई गंभीर आरोप भी लगते रहे हैं। कुछ लोग इसे कट्टरपंथी मानते हैं, तो कुछ इसे सामाजिक संगठन। वायनाड चुनाव में जमात समर्थन मुद्दा इस बहस को और गरमा रहा है।
राजनीतिक दांवपेंच और चुनावी समीकरण
वायनाड की सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला है। कांग्रेस की प्रियंका गांधी, सीपीआई के एनी राजा और भाजपा की नव्या हरिदास, तीनों मजबूत दावेदार हैं। राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद खाली हुई इस सीट पर कांग्रेस अपना कब्जा बरकरार रखना चाहती है। वहीं, वाम मोर्चा इसे अपने लिए प्रतिष्ठा का मुद्दा मान रहा है। भाजपा भी इस मौके का फायदा उठाना चाहती है।
प्रियंका का पलटवार और विकास का मुद्दा
प्रियंका गांधी ने सीएम विजयन के आरोपों पर करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा, “विजयन जी, आपने वायनाड के लिए क्या किया है? चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ा जाना चाहिए। महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की समस्याएं – ये हैं असल मुद्दे।” उन्होंने आगे कहा कि लोग विकास चाहते हैं, न कि राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप।
वायनाड की जनता की राय
स्थानीय लोगों से बात करें तो उनकी प्राथमिकताएं अलग हैं। वायनाड के रहने वाले रमेश नायर कहते हैं, “हमें सड़क चाहिए, अस्पताल चाहिए, रोजगार चाहिए। धर्म और राजनीति का खेल हमारी समस्याएं नहीं सुलझा सकता।” कॉफी प्लांटेशन में काम करने वाली लक्ष्मी का कहना है, “नेता लोग बस आरोप-प्रत्यारोप में लगे हैं, हमारी चिंता कोई नहीं करता।”