मुंबई, जो भारत का सबसे बड़ा शहर है, इन दिनों एक बड़ी परेशानी से जूझ रहा है। यहां भारी बारिश के कारण सड़कों पर बहुत सारे गड्ढे बन गए हैं। आइए इस समस्या के बारे में विस्तार से जानें।
जून की शुरुआत से लेकर जुलाई के मध्य तक, मुंबई में 5,814 गड्ढे पाए गए हैं। यह संख्या बहुत बड़ी है और शहर के लोगों के लिए परेशानी का कारण बन रही है।
शहर के अधिकारी इस समस्या को हल करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने इंजीनियरों को निर्देश दिया है कि वे जल्द से जल्द इन गड्ढों को भरें। कुछ इंजीनियरों को चेतावनी भी दी गई है क्योंकि वे अपना काम ठीक से नहीं कर रहे थे।
8 जुलाई को मुंबई में बहुत ज्यादा बारिश हुई। इस बारिश ने शहर के कई इलाकों में पानी भर दिया और गड्ढों की समस्या को और बढ़ा दिया। अंधेरी, माटुंगा, गोरेगांव और मलाड जैसे इलाकों में सबसे ज्यादा गड्ढे देखे गए।
गड्ढों के कारण सड़कों पर गाड़ियां फंस जाती हैं और जाम लग जाता है। कभी-कभी दुर्घटनाएं भी हो जाती हैं। इसलिए यह समस्या बहुत गंभीर है।
नगर निगम ने बताया है कि अब तक 5,643 गड्ढे भर दिए गए हैं। अभी सिर्फ 171 गड्ढे भरने बाकी हैं। लोग अपने फोन पर एक ऐप के जरिए या फोन करके गड्ढों की शिकायत कर सकते हैं।
इस साल, मुंबई नगर निगम ने गड्ढे भरने के लिए 275 करोड़ रुपये रखे हैं। यह बहुत बड़ी रकम है और इससे पता चलता है कि वे इस समस्या को गंभीरता से ले रहे हैं।
मुंबई के कुछ इलाकों में दूसरों की तुलना में ज्यादा गड्ढे हैं। अंधेरी में 404, गोरेगांव में 162, मलाड में 135 और घाटकोपर में भी बहुत सारे गड्ढे पाए गए हैं।
यह समस्या मुंबई के लोगों के लिए बहुत बड़ी चुनौती है। अधिकारी इसे हल करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन बारिश के मौसम में यह काम मुश्किल हो जाता है। लोगों को सड़कों पर सावधानी से चलना चाहिए और गड्ढों से बचने की कोशिश करनी चाहिए। साथ ही, अगर वे कहीं गड्ढा देखें तो उसकी सूचना अधिकारियों को देनी चाहिए ताकि उसे जल्द से जल्द ठीक किया जा सके।
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