Vyommitra: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने महिला रोबोट ‘व्योममित्र’ को अंतरिक्ष भेजने की तैयारी कर ली है। ये कदम गगनयान मिशन से पहले एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भारत का पहला मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन होगा।
व्योममित्र क्या है?
व्योममित्र एक मानव जैसी काया और आंख-नाक वाली महिला रोबोट है। इसका नाम संस्कृत के दो शब्दों ‘व्योम’ (अंतरिक्ष) और ‘मित्र’ (मित्र) से मिलकर बनाया गया है।
व्योममित्र का मिशन क्या है?
व्योममित्र गगनयान मिशन से पहले अंतरिक्ष में उड़ान भरेगी और अंतरिक्ष में हर तरह के मानव कार्यों का अनुकरण करेगी। ये अंतरिक्ष में पर्यावरण नियंत्रण और जीवन समर्थन प्रणाली के साथ भी काम करेगी। (Vyommitra)
व्योममित्र गगनयान मिशन में कैसे मदद करेगा?
व्योममित्र गगनयान मिशन के मॉड्यूल मापदंडों की निगरानी कर सकता है, उसे अलर्ट जारी कर सकता है और जीवन-समर्थन संचालन को अंजाम दे सकता है। ये छह पैनलों को संचालित करने और प्रश्नों का जवाब देने जैसे कार्य भी कर आसानी से सकता है।
व्योममित्र कब अंतरिक्ष में उड़ान भरेगी?
व्योममित्र इस साल की तीसरी तिमाही में अंतरिक्ष में उड़ान भरेगी।
इसरो के लिए यह कदम क्यों महत्वपूर्ण है?
यह कदम गगनयान मिशन की सफलता के लिए महत्वपूर्ण है। व्योममित्र अंतरिक्ष में मानव जीवन के लिए आवश्यक परिस्थितियों का अध्ययन करेगा और गगनयान मिशन में भाग लेने वाले अंतरिक्ष यात्रियों के लिए डेटा एकत्र करेगा।
इसरो चीफ एस सोमनाथ का क्या कहना है?
एस सोमनाथ ने कहा है कि 2024 गगनयान की तैयारियों का वर्ष है। उन्होंने कहा कि व्योममित्र मिशन गगनयान मिशन की सफलता के लिए महत्वपूर्ण है।
ये कदम भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। ये भारत को दुनिया के अग्रणी अंतरिक्ष एजेंसियों में से एक के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा।
अन्य महत्वपूर्ण बातें:
गगनयान मिशन 2025 में लॉन्च किया जाएगा।
ये भारत का पहला मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन होगा।
इसरो ने पहले ही गगनयान मिशन के लिए तीन अंतरिक्ष यात्रियों का चयन कर लिया है।
ये कदम भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और ये निश्चित रूप से देश को गौरवान्वित करेगा। (Vyommitra)