मुंबई में फ्लैट खरीदना कितना मुश्किल है, यह सब जानते हैं। ऊंची कीमतों के साथ-साथ, कई बार बिल्डर भी गड़बड़ी कर देते हैं। पैसा लेकर फ्लैट गायब कर देने के किस्से अकसर सुनने में आते हैं। अभी एक ऐसे ही मामले में मुंबई की ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने बड़े बिल्डर को गिरफ्तार किया है।
बिल्डर ललित टेकचंदानी ‘सुपरिम कंस्ट्रक्शन एंड डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड’ कंपनी चलाते हैं। इनपर आरोप है कि उन्होंने कई लोगों से फ्लैट्स के नाम पर करोड़ों रुपये बटोरे, लेकिन बदले में फ्लैट नहीं दिए। नवी मुंबई में एक फ्लैट खरीदार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि कंपनी ने हजारों लोगों से पैसा लिया है।
ED ने कोर्ट में बताया कि टेकचंदानी की कंपनी ने करीब 423 करोड़ रुपये लिए, पर एक भी फ्लैट किसी को नहीं मिला। जांच में पता चला कि बिल्डर ने जानबूझकर लोगों को झांसे में लिया और उनके मेहनत के पैसे लेकर फरार हो गया। कोर्ट ने ED को 26 मार्च तक टेकचंदानी की कस्टडी दे दी है।
बिल्डर पहले से ही एक दूसरे मामले में जेल में था। टेकचंदानी के वकील का कहना है कि फ्लैट बन चुके हैं, बस थोड़ी देरी हो गई है।