शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने मुंबई के बीएमडब्ल्यू हिट-एंड-रन मामले में कड़ी मांग की है। इस मामले में शिवसेना नेता राजेश शाह के बेटे मिहिर शाह को मुख्य आरोपी माना गया है। आदित्य ठाकरे ने कहा कि मिहिर के घर पर बुलडोजर चलाया जाना चाहिए, जैसा कि सरकार ‘बुलडोजर न्याय’ में विश्वास करती है।
क्या है मामला?
रविवार सुबह वर्ली इलाके में एक बीएमडब्ल्यू कार ने एक दोपहिया वाहन को टक्कर मार दी, जिससे 45 वर्षीय कावेरी नखवा की मौत हो गई और उनके पति प्रदीप घायल हो गए। मिहिर शाह कथित तौर पर उस बीएमडब्ल्यू कार को चला रहा था।
आदित्य ठाकरे की मांग
वर्ली के विधायक आदित्य ठाकरे ने कहा, “जो सरकार बुलडोजर न्याय में विश्वास करती है, उसे मिहिर शाह के घर पर भी बुलडोजर चलाना चाहिए। मैं चाहता हूं कि मिहिर के घर पर भी ‘बुलडोजर न्याय’ हो।” उन्होंने जोर देकर कहा कि पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद नहीं, बल्कि न्याय की जरूरत है। उन्होंने इस मामले को हत्या का मामला मानने की भी मांग की।
बुलडोजर न्याय का मतलब
बुलडोजर न्याय का मतलब उन व्यक्तियों की संपत्तियों को बुलडोजर से ध्वस्त करना है, जिन पर गंभीर अपराधों में संलिप्त होने के आरोप हैं। ऐसी कार्रवाई की खबरें अक्सर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्यों जैसे मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से आती रहती हैं।
मुख्यमंत्री की घोषणा
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने कावेरी नखवा के परिवार को 10 लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की थी। राजेश शाह को शिवसेना के उपनेता पद से बर्खास्त कर दिया गया है। मिहिर शाह को दुर्घटना के लगभग तीन दिन बाद मंगलवार को गिरफ्तार किया गया और वह फिलहाल 16 जुलाई तक पुलिस हिरासत में है।
आदित्य ठाकरे की इस मांग ने मामले को एक नया मोड़ दे दिया है, जहां पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए सख्त कदम उठाने की बात की जा रही है।
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