मुंबई

मुंबई हज हाउस में बड़ा खुलासा, फायर ऑडिट के बिना चल रहा है काम!

मुंबई हज हाउस
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मुंबई के क्रॉफर्ड मार्केट के पास स्थित मुंबई हज हाउस में हज़ यात्रा पर जाने वाले मुसलमान ठहरते हैं। अब पता चला है कि इस कई मंजिला इमारत में ज़रूरी फायर ऑडिट (अग्नि सुरक्षा जांच) नहीं हुई है। इस बात से लोग चिंतित हैं, खासकर इसलिए कि मुंबई में हाल ही में ऊंची इमारतों में आग लगने की कई घटनाएं हुई हैं।

दरअसल RTI (सूचना का अधिकार) के तहत दायर किए गए एक आवेदन से ये जानकारी सामने आई है। पत्रकार सईद हमीद ने जब ये सवाल पूछा, तो हज हाउस प्रशासन ने जवाब दिया कि इमारत में काम चल रहा है और उसके बाद फायर ऑडिट करवाया जाएगा।

क्यों है चिंता की बात?

ये इमारत 1986 में बनी थी। इसमें नीचे हॉल हैं और ऊपर की मंजिलों पर हज कमेटी के अधिकारियों के लिए कमरे हैं। नीचे कुछ कमरों में हज यात्री ठहरते हैं। हज खत्म होने के बाद ये कमरे कम किराए पर ज़रूरतमंद मरीज़ों और उनके रिश्तेदारों को दिए जाते हैं।

सऊदी अरब जाने वाले लगभग 22,000 हज यात्री मुंबई से होकर जाते हैं। इतनी बड़ी संख्या को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम होने चाहिए। अभी इमारत में मरम्मत का काम चल रहा है, और ये भी आरोप है कि ये काम सरकारी नियमों के बिना हो रहा है।

शादी समारोह बढ़ाते हैं खतरा

स्थानीय लोगों का कहना है कि नीचे के बड़े हॉल में अक्सर शादियां होती हैं जिससे आग लगने का खतरा बढ़ जाता है। खाना बनाने वालों के पास कई गैस सिलेंडर होते हैं। ऊपर के कमरों में रहने वाले लोगों के लिए ये खतरनाक हो सकता है।

इसे लेकर मुंबई के मुस्लिम समुदाय के लोगों ने चिंता जताई है और हज कमेटी से सुरक्षा के इंतजाम करने की मांग की है। इमारत का काम संभालने वाली ‘हज कमेटी ऑफ इंडिया’ अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के अंतर्गत आती है।

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