मुंबई: सरकारी मेडिकल कॉलेजों (GMC) में इंटर्न डॉक्टरों की स्टाइपेंड फरवरी 2024 से बढ़ाकर 18,000 रुपये प्रति माह कर दी गई है, लेकिन बीएमसी के मेडिकल कॉलेजों के इंटर्न अभी भी 11,000 रुपये ही पा रहे हैं। इस देरी से परेशान 800 से ज्यादा इंटर्न डॉक्टरों ने जून से काली पट्टी बांधकर काम करने का फैसला किया है।
क्या है पूरा मामला?
महाराष्ट्र सरकार ने फरवरी में सरकारी मेडिकल कॉलेजों में इंटर्न डॉक्टरों की स्टाइपेंड बढ़ाने का ऐलान किया था। इसके बाद राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में स्टाइपेंड बढ़ा दी गई, लेकिन बीएमसी के पांच मेडिकल कॉलेजों में अब तक यह लागू नहीं हुआ है।
आंदोलन की चेतावनी
एसोसिएशन ऑफ स्टेट मेडिकल इंटर्न्स (ASMI) महाराष्ट्र के ज्वाइंट सेक्रेटरी डॉ. अभिनव ने बताया कि बीएमसी प्रशासन आदर्श आचार संहिता का हवाला देकर स्टाइपेंड नहीं बढ़ा रहा है। लेकिन आचार संहिता 15 मार्च से लागू हुई थी, इससे पहले बीएमसी के पास पर्याप्त समय था। डॉ. अभिनव ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही स्टाइपेंड नहीं बढ़ाई गई और बकाया राशि का भुगतान नहीं किया गया, तो इंटर्न डॉक्टर और भी उग्र आंदोलन करेंगे।
4 जून से काली पट्टी आंदोलन
बीएमसी के पांच मेडिकल कॉलेजों के सभी 803 इंटर्न डॉक्टर 4 जून से काली पट्टी बांधकर काम करेंगे। एक हफ्ते बाद वे अपने अधिकारों के लिए प्रदर्शन करेंगे।