मुंबई

ड्रग्स विभाग में भ्रष्टाचार का खुलासा, CBI ने छापा मारकर अधिकारियों को रंगे हाथों पकड़ा

ड्रग्स विभाग में भ्रष्टाचार का खुलासा, CBI ने छापा मारकर अधिकारियों को रंगे हाथों पकड़ा

केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने एक बड़े भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ किया है। मुंबई के नजदीक पनवेल में स्थित ‘सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन’ (CDSCO) के दफ्तर में कुछ अधिकारी दवा कंपनियों को एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) जारी करने के नाम पर मोटी रिश्वत ले रहे थे।

CBI को गुप्त सूत्रों से पता चला था कि दवा कंपनियों को ज़रूरी क्लियरेंस देने के लिए ये अधिकारी 100 रुपये से लेकर 5000 रुपये तक की रिश्वत लेते थे। दवा कंपनियों के एजेंट जब इनके दफ्तर जाते, तो ये अधिकारी उनसे सीधे पैसे लेते थे।

CBI के सूत्रों का कहना है कि ये पैसे दफ्तर के अलग-अलग काउंटर पर रखे जाते थे और बाद में आपस में बांट लिए जाते थे। इस रिश्वतखोरी में असिस्टेंट ड्रग्स कंट्रोलर (ASD), ड्रग्स इंस्पेक्टर और कुछ दलाल शामिल थे। 2 अप्रैल को CBI ने छापा मारकर इन्हें रंगे हाथों धर दबोचा।

सरकारी दफ्तरों में ऐसे भ्रष्टाचार के किस्से अक्सर सुनने में आते हैं। CBI की यह कार्रवाई दिखाती है कि एजेंसीज़ सतर्क हैं। आम जनता को भी चाहिए कि ऐसे मामलों में आगे आकर शिकायत दर्ज करवाएं।

छापे के दौरान CBI को काफ़ी आपत्तिजनक दस्तावेज़, करीब 47 लाख रुपये नकद और सोने-चांदी के जेवर भी बरामद हुए हैं। CBI के मुताबिक, इस घोटाले में शामिल असिस्टेंट ड्रग्स कंट्रोलर (ASD) अरविंद हीवाले, ड्रग्स इंस्पेक्टर देवेंद्र नाथ, और नागेश्वर सब्बानी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

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