मुंबई

घाटकोपर होर्डिंग हादसा: रेलवे ACP ने कहा, ‘सुपीरियर के आदेश पर दिए थे परमिशन के आदेश’

घाटकोपर होर्डिंग हादसा
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घाटकोपर होर्डिंग हादसा: घाटकोपर में हुए होर्डिंग हादसे की जांच कर रही SIT के सामने रेलवे ACP शहाजी निकम ने अपना बयान दर्ज कराया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने होर्डिंग के लिए परमिशन देने के आदेश अपने सुपीरियर यानी GRP कमिश्नर के लिखित निर्देश पर साइन किए थे। SIT अब इन दस्तावेजों की जांच कर रही है और जल्द ही कमिश्नर से भी पूछताछ कर सकती है।

क्या कहा निकम ने?
निकम ने SIT को बताया कि उन्होंने होर्डिंग के लिए परमिशन देने के आदेश अपने सुपीरियर के फाइल नोटिंग और लिखित निर्देश के आधार पर साइन किए थे। उन्होंने कुछ दस्तावेज भी SIT को सौंपे हैं, जिनसे उनके दावे की पुष्टि हो सकती है।

SIT करेगी दस्तावेजों की जांच
SIT अब इन दस्तावेजों की जांच करेगी और आगे की कार्रवाई का फैसला लेगी। सूत्रों के मुताबिक, SIT जल्द ही तत्कालीन कमिश्नर को भी तलब कर सकती है ताकि ये समझा जा सके कि आखिर किस प्रक्रिया के तहत ये आदेश जारी किए गए थे।

अन्य होर्डिंग के आकार बढ़ाने का भी मसला
SIT इस बात की भी जांच कर रही है कि जिस होर्डिंग के गिरने से हादसा हुआ, उसके आसपास के तीन अन्य होर्डिंग का आकार कैसे बढ़ा दिया गया था। ये होर्डिंग पहले 40X40 फीट के थे, जिन्हें बाद में 80X80 फीट कर दिया गया।

किराए में भी अंतर
पुलिस ने पाया है कि गिरे हुए होर्डिंग का किराया 11 लाख रुपये प्रति माह था, जबकि बाकी तीन होर्डिंग का किराया 13 लाख रुपये प्रति माह था।

आरोपी की पुलिस हिरासत बढ़ी
इस बीच, मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट अदालत ने गिरफ्तार आरोपी और होर्डिंग के मालिक भावेश भिंडे की पुलिस हिरासत एक दिन के लिए बढ़ा दी है।

13 मई को हुआ था हादसा
आपको बता दें कि 13 मई को घाटकोपर में एक पेट्रोल पंप पर होर्डिंग गिरने से 17 लोगों की मौत हो गई थी।

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