मुंबई के गोखले पुल की मरम्मत का काम अब जल्द पूरा होने की उम्मीद है। IIT बॉम्बे के विशेषज्ञों ने एक अहम सुझाव दिया है जिससे न सिर्फ करोड़ों रुपये की बचत होगी, बल्कि पुल का काम भी तेज़ी से पूरा हो सकेगा। मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने IIT बॉम्बे के सुझाव पर काम शुरू कर दिया है।
गोखले पुल को बर्फी वाला फ्लाईओवर से जोड़ने की योजना पर काम चल रहा है। दोनों पुलों के बीच में तकरीबन 2 मीटर का अंतर है। पहले, इस अंतर को पाटने के लिए वीरमाता जीजाबाई टेक्नोलॉजिकल इंस्टिट्यूट (VJTI) ने बर्फी वाला फ्लाईओवर के चार स्पैन (हिस्से) उठाने की सलाह दी थी। लेकिन इस काम में लगभग 9 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान था।
इसके बाद, BMC ने इस मामले में IIT बॉम्बे से भी राय ली। IIT बॉम्बे के विशेषज्ञों ने जांच के बाद कहा कि चार की बजाय सिर्फ दो स्पैन उठाने से ही काम हो जाएगा। इससे BMC को करोड़ों रुपये की बचत होगी। BMC के अधिकारियों का कहना है कि IIT बॉम्बे के सुझाव पर अमल करते हुए, इस काम को प्राथमिकता दी गयी है और इसे 30 जून तक पूरा करने की कोशिश की जाएगी। फ़िलहाल, गोखले पुल के उत्तरी दिशा के काम पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
IIT बॉम्बे के इस सुझाव से साफ है कि किसी भी बड़े प्रोजेक्ट को शुरू करने से पहले अलग-अलग संस्थाओं से विशेषज्ञों की राय लेना कितना ज़रूरी होता है। इससे समय और पैसा, दोनों की बचत हो सकती है।
BMC ने गोखले पुल के दूसरे हिस्से के निर्माण कार्य, जो अभी अधूरा है, को भी तेज़ी से पूरा करने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए इस्तेमाल होने वाले गर्डर 22 अप्रैल तक मुंबई पहुंच जाएंगे। गर्डर फिटिंग का काम महीने के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है, और मई में इस पुल को आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा।