दक्षिण भारत के विवादास्पद व्यवसायी लॉटरी किंग मार्टिन (Lottery King Martin) की गिरफ्तारी ने देश भर में हलचल मचा दी है। एक मजदूर के बेटे से करोड़पति बनने की यात्रा और फिर ईडी की गिरफ्त में आने की कहानी आज हर किसी की जुबान पर है।
मार्टिन की शुरुआत
कोयंबटूर के एक साधारण परिवार में जन्मे सैंटियागो मार्टिन की कहानी रोचक है। बचपन में मजदूरी करने वाले मार्टिन ने छोटी उम्र में ही व्यापार की शुरुआत कर दी थी। लॉटरी किंग मार्टिन (Lottery King Martin) का व्यवसाय धीरे-धीरे फैलता गया और वह दक्षिण भारत के सबसे बड़े लॉटरी कारोबारी बन गए।
व्यावसायिक साम्राज्य का विस्तार
मार्टिन की कंपनी फ्यूचर गेमिंग सॉल्यूशंस ने कई राज्यों में अपना जाल बिछाया। उनकी कंपनी ने न केवल लॉटरी के क्षेत्र में बल्कि रियल एस्टेट और होटल व्यवसाय में भी अपनी पहचान बनाई। चुनावी बॉन्ड खरीदने में सबसे आगे रहने वाले मार्टिन ने 1,368 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदकर सुर्खियां बटोरीं।
विवादों का दौर
चुनावी बॉन्ड घोटाला में गिरफ्तार मार्टिन (Martin arrested in electoral bond scam) की मुश्किलें तब और बढ़ गईं जब ईडी ने सिक्किम सरकार को 900 करोड़ का नुकसान पहुंचाने के आरोप में उन्हें गिरफ्तार किया। जांच एजेंसी ने उनकी 457 करोड़ की संपत्ति भी जब्त की है। इस कार्रवाई ने उनके व्यावसायिक साम्राज्य को गहरा झटका दिया है।
राजनीतिक संबंधों का जाल
दक्षिण भारत के कई प्रमुख राजनीतिक दलों से मार्टिन के करीबी संबंधों की चर्चा रही है। कई बार टैक्स देने के मामले में सम्मानित होने वाले मार्टिन की छवि अब विवादों से घिर गई है। उनकी गिरफ्तारी ने कई राजनीतिक और व्यावसायिक गलियारों में खलबली मचा दी है।
कानूनी जांच का सामना
ईडी और आयकर विभाग की जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। मार्टिन पर फर्जी लॉटरी टिकट बेचने और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं। उनकी कंपनियों की वित्तीय गतिविधियों की जांच से कई अहम खुलासे हुए हैं, जिनसे कई बड़े नामों के जुड़े होने की आशंका है।