BJP Rebel Leaders Expulsion: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में एक बड़ा राजनीतिक भूचाल आया है। भारतीय जनता पार्टी ने अपने अंदर के बागियों के खिलाफ बेहद कड़ा रुख अपनाते हुए एक बड़ी कार्रवाई की है। चुनाव आयोग द्वारा नामांकन वापसी की अंतिम तिथि 4 नवंबर के ठीक एक दिन बाद यह ऐतिहासिक फैसला लिया गया।
पार्टी का कड़ा रुख
भाजपा बागी नेता निष्कासन (BJP Rebel Leaders Expulsion) के तहत पार्टी ने 37 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 40 नेताओं और कार्यकर्ताओं को तत्काल प्रभाव से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इस कार्रवाई ने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है। भाजपा बागी नेता निष्कासन (BJP Rebel Leaders Expulsion) की यह कार्रवाई पार्टी के अनुशासन को लेकर एक मजबूत संदेश है।
नामांकन और वार्ता प्रक्रिया
पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने चुनाव टिकट न मिलने पर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल कर दिया था। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने इन बागी नेताओं से संपर्क कर उन्हें समझाने का प्रयास किया। कुछ नेताओं ने पार्टी के हित में अपना नामांकन वापस ले लिया, लेकिन कई नेता अपनी जिद पर अड़े रहे। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव अनुशासनात्मक कार्रवाई (Maharashtra Assembly Election Disciplinary Action) के तहत इन सभी को छह वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।
प्रभावित क्षेत्रों का विस्तृत विश्लेषण
धुले ग्रामीण से श्रीकांत कारले, जलगांव सिटी से सोपान पाटिल और मयूर कापसे, अकोट से गजानन महाले, वाशिम से नागेश घोपे, बडनेरा से तुषार भारतिया जैसे कई प्रमुख नेताओं को कार्रवाई का सामना करना पड़ा है। अमरावती क्षेत्र से जगदीश गुप्ता, अचलपुर से प्रमोद सिंह गड्रेल, और साकोली से सोमदत्त करंजेकर को भी पार्टी से निकाला गया है।
नांदेड और विदर्भ क्षेत्र में स्थिति
नांदेड उत्तर से वैशाली मिलिंद देशमुख और मिलिंद उत्तमराव देशमुख, नांदेड दक्षिण से दिलीप वैक्टराव कंदकुर्ते, सुनील साहेबराव मोरे और संजय घोगरे को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण निष्कासित किया गया है। विदर्भ क्षेत्र में चंद्रपुर से वसंत वर्जुरकर और ब्रह्मपुरी से राजू गायकवाड़ को भी पार्टी से बाहर किया गया है।
मुंबई और कोंकण क्षेत्र का प्रभाव
नालासोपारा से हरीश भगत, भिवंडी रूरल से स्नेहा देवेंद्र पाटिल, कल्याण पश्चिम से वरुण सदाशिव पाटिल को कार्रवाई का सामना करना पड़ा है। मागाठाणे से गोपाल जावेरी, जोगेश्वरी पूर्व से धर्मेंद्र गोपीनाथ ठाकुर और अलीबाग से दिलीप विट्ठल भोईर भी इस कार्रवाई में शामिल हैं।
पश्चिम महाराष्ट्र की स्थिति
सोलापुर सिटी नॉर्थ से शोभा बंशेट्टी, अक्कलकोट से सुनील बंदगर, श्रीगोंदा से सुवर्णा पचपुते और नेवासा से बालासाहेब मुरकुटे को भी पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण बाहर किया गया है। मालेगांव आउटर से कुणाल शिवाजी सूर्यवंशी और बागलान से आकाश सालुंखे और जयश्री गरुड़ भी निष्कासित नेताओं में शामिल हैं।
झारखंड में भी कार्रवाई
महाराष्ट्र के साथ-साथ भाजपा ने झारखंड में भी इसी तरह की कार्रवाई की है। पार्टी ने वहां भी 30 नेताओं को आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ने के कारण छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। पार्टी के एक वक्तव्य में कहा गया है कि भाजपा की नीतियों का उल्लंघन करने और अधिकृत उम्मीदवारों के खिलाफ नामांकन दाखिल करने के कारण इन नेताओं को पार्टी से बाहर किया गया है।