कल नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में एक ऐसा घंटा बजा जिसकी गूंज इतिहास में दर्ज हो गई। दिल्ली की एक संस्था ‘रूट्स 2 रूट्स’ NSE के सोशल स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट होने वाली कला-संस्कृति के क्षेत्र में काम करने वाली देश की पहली संस्था बन गई है। आम लोगों तक कला और संस्कृति पहुंचाने का काम करने वाली यह संस्था सोशल स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट होने वाली छठी संस्था भी बन गई है।
आम तौर पर स्टॉक एक्सचेंज को बड़ी कंपनियों के शेयर खरीदने-बेचने की जगह समझा जाता है, लेकिन NSE का सोशल स्टॉक एक्सचेंज कुछ अलग है। यह उन संस्थाओं के लिए है जो मुनाफा कमाने की जगह समाज सेवा के लिए काम करती हैंं। इस एक्सचेंज में लिस्ट होने का मतलब है कि संस्थाएं अपना काम-काज पारदर्शी तरीके से करेंगी और निवेशकों (डोनर्स) का पैसा सही जगह इस्तेमाल होगा।
‘रूट्स 2 रूट्स’ संस्था देश-विदेश में भारतीय कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए काम करती है। इसने अब तक कई इंटरनेशनल इवेंट्स किए हैं और स्कूली बच्चों को कला से जोड़ने के कार्यक्रम भी चलाए हैं। कल इस संस्था की NSE के सोशल स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग के मौके पर इसके पदाधिकारियों के साथ अभिनेत्री जूही चावला और संगीतकार एहसान नूरानी भी मौजूद थे। खास बात ये रही कि लोगों ने इस संस्था पर इतना भरोसा किया कि संस्था ने अपने लिए जितने पैसों का लक्ष्य रखा था, उससे 30% ज्यादा रकम मिल गई!
‘रूट्स 2 रूट्स’ के संस्थापकों का कहना है कि सोशल स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होना उनके लिए गर्व की बात है। इससे न सिर्फ उनकी संस्था के काम में पारदर्शिता आएगी, बल्कि लोगों का भरोसा भी बढ़ेगा। उनका लक्ष्य है कि वह बाकी NGO को भी सोशल स्टॉक एक्सचेंज से जुड़ने के लिए प्रेरित करें, ताकि देश में इस तरह का एक बेहतरीन बाज़ार तैयार हो सके।
इस संस्था ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के 100 स्कूलों में फ्री में संगीत और कला की शिक्षा देने का बीड़ा उठाया है। ये ऐसे स्कूल हैं जो 2023 की बाढ़ से प्रभावित रहे हैं। ‘रूट्स 2 रूट्स’ ने स्कूलों में स्मार्ट क्लासेज लगाने का भी फैसला किया है।