देश-विदेश

Suit-Boot Thief: कोलकाता का रसगुल्ला, गोवा का स्कॉच… चोरी से जीता नामदेव का दिलचस्प सफर

Suit-Boot Thief: कोलकाता का रसगुल्ला, गोवा का स्कॉच... चोरी से जीता नामदेव का दिलचस्प सफर

Suit-Boot Thief: क्या आपने कभी सुना है कि कोई सिर्फ रसगुल्ला खाने के लिए फ्लाइट ले और कोलकाता चला जाए? या फिर स्कॉच की चुस्की लेने के लिए गोवा की टिकट बुक कर ले? ये कोई फिल्मी कहानी नहीं, बल्कि 26 साल के नामदेव की हकीकत है, जो अपनी अजीबोगरीब जिंदगी और चोरी की आदतों की वजह से सुर्खियों में आया। मध्यप्रदेश का ये नौजवान सूट-बूट में सजा-धजा ट्रेनों में चोरी करता था और अपनी शानदार लाइफस्टाइल से सबको हैरान कर देता था। आज हम आपको उसकी इस गजब की कहानी सुनाने जा रहे हैं, जो न सिर्फ रोचक है, बल्कि हैरान करने वाली भी।

नामदेव की जिंदगी का ये रंगीन पहलू तब सामने आया, जब वडोदरा की पुलिस ने उसे पकड़ा। बुधवार को स्थानीय अपराध शाखा (एलसीबी) ने उसे वडोदरा रेलवे स्टेशन पर संदिग्ध हालत में घूमते हुए देखा। जब पुलिस ने उसके बैग की तलाशी ली, तो उसमें से 34 लाख रुपये के गहने और जेवर निकले। अब सोचिए, एक ऐसा शख्स जो ब्रैंडेड कपड़े पहनता हो, महंगे जूतों में स्टाइल मारता हो, वो चोर निकलेगा, ये किसे शक हो सकता था? लेकिन नामदेव की हकीकत यही थी। वो पिछले तीन महीनों से गुजरात की ट्रेनों में महिलाओं के गहने चुरा रहा था, खासकर वडोदरा और सूरत के बीच चलने वाली ट्रेनों में।

नामदेव की कहानी शुरू होती है मध्यप्रदेश से, जहां वो पैदा हुआ और पला-बढ़ा। उसने 12वीं तक पढ़ाई की, लेकिन फिर स्कूल छोड़ दिया। इसके बाद उसने चोरी का रास्ता चुना। पहले वो मध्यप्रदेश में वाहन चोरी करता था, लेकिन बाद में उसने ट्रेनों को अपना अड्डा बना लिया। उसका तरीका भी बिल्कुल अलग था। वो सुबह 3 से 4 बजे के बीच ट्रेन के डिब्बों में घूमता, जब सब सो रहे होते। वो उन महिलाओं को निशाना बनाता, जो महंगे गहने पहने होती थीं। चोरी करने के बाद वो वडोदरा या सूरत स्टेशन पर उतर जाता और अपनी शानदार जिंदगी जीने लगता। उसने अहमदाबाद-वडोदरा-सूरत का रूट इसलिए चुना, क्योंकि वहां शादी के सीजन में महिलाएं अक्सर कीमती जेवर पहनकर सफर करती हैं।

आपको ये जानकर हैरानी होगी कि नामदेव सिर्फ चोरी ही नहीं करता था, बल्कि अपनी पहचान छुपाने के लिए भी कमाल का दिमाग लगाता था। वो महंगे कपड़े पहनता, 3एसी या 2एसी में टिकट बुक करता और ट्रेन में बाकी यात्रियों के साथ ऐसे घुलता-मिलता, जैसे कोई बड़ा बिजनेसमैन हो। वो खुद को कपड़ा व्यवसायी बताता था। उसकी सूरत और शानदार ड्रेसिंग की वजह से कोई उस पर शक भी नहीं करता था। इसके अलावा, उसने चोरी किए गए आधार कार्ड से ट्रेन टिकट और होटल बुक किए, ताकि उसकी असली पहचान सामने न आए। वडोदरा और अहमदाबाद में वो लंबे समय तक होटलों में रुकता और अपनी लाइफ को एंजॉय करता।

नामदेव की ये “सूट-बूट वाला चोर” (Suit-Boot Wala Chor) वाली जिंदगी तब तक चलती रही, जब तक वडोदरा की रेलवे पुलिस ने उसे धर दबोचा। पुलिस को उसके पास से न सिर्फ जेवर मिले, बल्कि उसने कई चोरी की वारदातें कबूल भी कीं। रेलवे एलसीबी के एक अधिकारी ने बताया कि वो अब बाकी चुराए गए जेवरों को बरामद करने की कोशिश में जुटे हैं। नामदेव के खिलाफ मध्यप्रदेश में चोरी के सात मामले दर्ज हैं, वहीं महाराष्ट्र और राजस्थान में भी उसके खिलाफ कई केस चल रहे हैं। उसके पिता की मौत के बाद उसने घर छोड़ दिया था और परिवार ने भी उसकी हरकतों से तंग आकर उससे सारे रिश्ते तोड़ लिए।

नामदेव का ये चोरी का खेल ट्रेनों में ही नहीं रुकता था। वो अपनी कमाई से फ्लाइट की टिकट बुक करता और कोलकाता जाकर रसगुल्ले खाता। एक बार स्कॉच पीने की इच्छा हुई, तो वो गोवा चला गया। उसकी इन हरकतों को सुनकर लगता है कि वो जिंदगी को अपने तरीके से जी रहा था, लेकिन उसका ये रास्ता गलत था। “ट्रेन में चोरी की घटनाएं” (Train Mein Chori Ki Ghatnaye) उसके लिए आम बात थीं, लेकिन पुलिस की नजर में वो अब एक बड़ा अपराधी है। वडोदरा रेलवे एलसीबी की टीम, जिसमें पुलिस निरीक्षक तरुण पटेल और उनकी पूरी जांच टीम शामिल थी, ने उसे पकड़कर उसकी इस अजब-गजब कहानी का पर्दाफाश किया।


#SuitBootWalaChor #TrainTheftStories #CrimeNewsIndia #VadodaraPolice #RasgullaThief

ये भी पढ़ें: Maharashtra Crime News: पति ने गला घोंटकर की पत्नी की हत्या, शव को इलेक्ट्रिक पंप बॉक्स में ठूंसा

You may also like