महाराष्ट्र में पश्चिम रेलवे ने वैध टिकट धारक यात्रियों को आरामदायक यात्रा और बेहतर सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से व्यापक टिकट चेकिंग अभियान शुरू किया है। यह अभियान मुंबई उपनगरीय लोकल ट्रेनों के साथ-साथ मेल, एक्सप्रेस, पैसेंजर ट्रेनों और हॉलिडे स्पेशल ट्रेनों में चलाया गया। इसका मकसद बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों पर रोक लगाना और यात्रा की व्यवस्था को सुचारू बनाना है।
पिछले 10 महीनों के दौरान इस अभियान में बड़ी संख्या में बिना टिकट यात्रा करने वालों को पकड़ा गया और उनसे भारी जुर्माना वसूला गया। अप्रैल 2024 से दिसंबर 2024 के बीच चलाए गए इन अभियानों के तहत टिकट चेकिंग टीम ने कुल 104.45 करोड़ रुपये की वसूली की। इस राशि में मुंबई उपनगरीय खंड से प्राप्त 33.98 करोड़ रुपये भी शामिल हैं।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विनीत अभिषेक ने बताया कि दिसंबर 2024 के दौरान टिकट चेकिंग टीम ने 1.89 लाख से अधिक बिना टिकट और अनियमित यात्रियों का पता लगाया। इनसे जुर्माने के तौर पर 10.98 करोड़ रुपये वसूल किए गए। इसके अलावा, मुंबई उपनगरीय खंड में अकेले 85 हजार मामलों का पता लगाकर 3.35 करोड़ रुपये की वसूली की गई।
एसी लोकल ट्रेनों में अनधिकृत यात्रा को रोकने के लिए नियमित औचक टिकट जांच अभियान भी चलाए जा रहे हैं। इन अभियानों के तहत अप्रैल से दिसंबर 2024 के बीच 45,000 से अधिक यात्रियों को पकड़ा गया और उन पर जुर्माना लगाया गया।
पश्चिम रेलवे यात्रियों से अपील करता है कि वे बिना टिकट यात्रा न करें और अपनी यात्रा को बिना किसी परेशानी के पूरा करें। इन अभियानों का उद्देश्य न केवल रेलवे सेवाओं को बेहतर बनाना है, बल्कि यात्रियों को जिम्मेदार नागरिक बनने की दिशा में प्रेरित करना भी है।
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