मुंबई: सोफिया कॉलेज में इकोनॉमिक्स और साइकोलॉजी की पढ़ाई कर रहीं 18 वर्षीय लक्ष्मी मंडल ने बड़े सपने देखे हुए हैं। वह मेकअप आर्टिस्ट होने के साथ-साथ, समाज की सेवा करने के लिए एक IAS अधिकारी भी बनना चाहती हैं।
लक्ष्मी का यह सफर चुनौतियों से भरा रहा है। साल 2017 में, उनके पिता रामबालक मंडल का एक दुखद ट्रेन दुर्घटना में निधन हो गया। घर में कमाने वाले सिर्फ उनके पिता ही थे, और उनके जाने के बाद परिवार के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया। अपनी माँ मुंद्रिका का हाथ बँटाने के लिए लक्ष्मी ने कुछ करने की ठानी।
पढ़ाई के साथ-साथ कुछ काम करने का विचार करते हुए, लक्ष्मी ने सलाम बॉम्बे फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे एक ब्यूटी कोर्स में दाखिला ले लिया। इस कोर्स में मेकअप के गुर सीखकर, लक्ष्मी ने अपना खुद का छोटा सा व्यवसाय शुरू किया। वह घर-घर जाकर महिलाओं को सस्ती दरों पर मेकअप सेवाएं देती हैं। इस व्यवसाय से होने वाली कमाई से वह अपनी पढ़ाई का खर्च उठाती हैं और साथ ही IAS की तैयारी भी कर रही हैं। उनका सपना है कि वह समाज में बदलाव लाएं और खास तौर पर शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, और बेरोजगारी के क्षेत्र में सुधार के लिए काम करें।
लक्ष्मी की माँ मुंद्रिका को अपनी बेटी पर बहुत गर्व है। उनका कहना है, “भले ही लक्ष्मी के IAS बनने के सपने में मुश्किलें आएं, लेकिन मेकअप आर्टिस्ट बनकर वह हमेशा आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर रहेगी।” लक्ष्मी अब अपने इस व्यवसाय को और आगे बढ़ाना चाहती हैं जिसके लिए वह सलाम बॉम्बे फाउंडेशन के ‘डॉल्फिन टंकी’ कार्यक्रम में हिस्सा लेने की तैयारी कर रही हैं। इस कार्यक्रम में उन्हें अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए धनराशि मिल सकती है।