मुंबई की सड़कों का हाल सुधारने के लिए बीएमसी ने अपनी कमर कस ली है। बीएमसी कमिश्नर भुषण गगरानी ने खुद रात के वक्त मुंबई की पश्चिमी उपनगर इलाके की सड़कों का दौरा किया, जहां सीमेंट-कंक्रीट का काम चल रहा है। उनका मकसद है कि मुंबई में बारिश से पहले बिना गड्ढों की पक्की सड़कें बनकर तैयार हो जाएं।
BMC ने सभी सड़क प्रोजेक्ट्स के लिए एक डेडलाइन तय की है। 31 मई तक सीमेंट वाली सड़कों के ऊपर एक समान डामर की परत बिछाई जानी है। इसके अलावा, कमिश्नर ने ये भी आदेश दिया है कि जहां भी सीमेंट और डामर की सड़कें मिलती हैं, वहां सड़क एक समान लेवल पर हो ताकि गाड़ियों को परेशानी ना हो।
कमिश्नर ने क्या-क्या देखा?
4 मई को कमिश्नर गगरानी ने कई जगहों पर चल रहे सड़क निर्माण का जायज़ा लिया। खार पश्चिम में 16वीं रोड पर बरसात का पानी जमा न हो, इसके लिए उन्होंने जल निकासी पर ज़ोर दिया। इसके अलावा, अंधेरी के जुहू-वर्सोवा लिंक रोड पर लेन मार्किंग का काम भी देखा गया। गोरेगांव-मुलुंड लिंक रोड पर भी काम चल रहा था, जिसकी प्रगति से कमिश्नर खुश दिखे।
कमिश्नर का फरमान
कमिश्नर ने साफ-साफ कह दिया है कि बारिश के मौसम में ट्रैफिक बाधित करने वाले बैरिकेड्स जल्दी हटा दिए जाएं। 31 मई के बाद कोई भी नई सड़क बनाने का काम शुरू नहीं होगा, और खुदाई रोक दी जाएगी। उन्होंने ये भी कहा कि जहां भी रोड का काम चल रहा हो, वहां नागरिकों की सुरक्षा और सहूलियत का पूरा ध्यान रखा जाए।
ऐसा लगता है कि मुंबई की सड़कों के दिन फिरने वाले हैं! BMC कमिश्नर और बाकी अफसर इस काम पर पूरी मेहनत से लग गए हैं। इससे आम लोगों को काफी फायदा होगा।
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