मुंबई

गड़बड़झाला! उज़्बेक महिला और दादाजी फंसे जालसाजी के मामले में 

गड़बड़झाला! उज़्बेक महिला और दादाजी फंसे जालसाजी के मामले में 

एक उज़्बेक महिला और उसके भारतीय सौतेले दादा के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। मामला यह है कि दोनों पर बच्ची को पिता की मर्ज़ी के बिना देश से बाहर ले जाने की साज़िश रचने का आरोप लग रहा है। और ऐसा लगता है कि इसमें जालसाजी भी शामिल है!

सारा बवाल तब शुरू हुआ जब उज़्बेक महिला, शोखसनम खन्ना, ने अपनी बेटी के लिए देश छोड़ने का वीजा बनवाने की कोशिश की।  जांच में पता चला कि बच्ची के जन्म का प्रमाण पत्र और पिता की तरफ से सहमति वाला पत्र गायब हैं।

यहीं से कहानी में ट्विस्ट आता है। बच्ची के पिता, फारुख कबीर, को इस बारे में पता चला और उन्होंने हंगामा खड़ा कर दिया। उनका कहना है कि सहमति वाला पत्र बिल्कुल नकली है और उनकी बेटी की मां बिना बताए बच्ची को उज़्बेकिस्तान ले जाने की फ़िराक में है। इस हंगामे के बाद FRRO को मामले में आना पड़ा और अब शोखसनम खन्ना और उनके दादाजी पर जालसाजी का इल्ज़ाम लगा है।

कोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक, दादाजी को जमानत नहीं मिली है लेकिन महिला को ज़मानत पर छोड़ दिया गया है। कोर्ट ने महिला को देश छोड़कर नहीं जाने और पासपोर्ट जमा करने का भी आदेश दिया है।

ऐसे लगता है कि मामला काफ़ी उलझा हुआ है। यह केस उन मुश्किल कानूनों की तरफ ध्यान खींचता है जो बच्चों के संरक्षण और विदेशी नागरिकों से जुड़े पारिवारिक झगड़ों से संबंधित होते हैं।

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