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मुंबई मेट्रो-3 की ट्रायल फिर टली, देरी से निराशा

मुंबई मेट्रो-3 की ट्रायल फिर टली, देरी से निराशा

मुंबई मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (MMRC) ने ऐलान किया था कि पहले चरण (आरे से BKC) की टेस्टिंग फ़रवरी मध्य में शुरू होगी, पर अभी तक यह अटकी हुई है। नागरिकों में देरी को लेकर मायूसी बढ़ रही है।

  1. मेट्रो क्यों महत्वपूर्ण: कोलाबा-बांद्रा-सीप्ज़ मेट्रो-3 लाइन (33.5 किमी) का निर्माण MMRC द्वारा किया जा रहा है, यह यातायात को सुगम और प्रदूषण कम करने में मददगार होगी।
  2. देरी के कारण: विभिन्न वजहों से प्रकल्प में लगातार देरी हुई है।
  3. दो चरणों में होगा काम: MMRCL ने अब रूट को Aarey-BKC और BKC-Colaba, इन दो चरणों में शुरू करने का निर्णय लिया है।
  4. ट्रायल ज़रूरी: पहले चरण को जल्द शुरू करने के लिए टेस्टिंग होना और सुरक्षा प्रमाणपत्र की प्रक्रिया का जल्द पूरा होना अहम है।

MMRC के प्रबंध निदेशक अश्विनी भिड़े ने हाल ही में तीन चरणों (आरे-BKC, BKC-वर्ली, वर्ली-कोलाबा) में सेवा शुरू करने का ऐलान किया था।

फ़रवरी में ट्रायल के शुभारंभ की बात थी, पर वह नहीं हो पाया। मेट्रो-3 के साथ मुंबई तटीय सड़क परियोजना (coastal road project) के उद्घाटन को स्थगित किया गया है।

  • मेट्रो के कार्य में तेज़ी लाने की आवश्यकता है। टेस्टिंग शुरू नहीं होने से आम जनता में देरी को लेकर चिंता बनी हुई है।
  • MMRC के वरिष्ठ अधिकारियों ने ट्रायल की स्थिति पर कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है।

यह प्रकल्प मुंबई की परिवहन समस्याओं के निदान में अहम भूमिका निभाएगा। आशा है MMRC  जल्द ही ट्रायल और सुरक्षा प्रमाणन की औपचारिकताएं पूरी कर इस मार्ग की शुरुआत कर देगा।

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