मुंबई के भायखला इलाके में साउथ मुंबई के लोगों के लिए अहम कनेक्टर, ग्लोरिया ब्रिज, की मरम्मत चल रही है। IIT बॉम्बे की स्ट्रक्चरल ऑडिट में इस ब्रिज को असुरक्षित बताया गया था। इस वजह से पहले इसे गिराने की बात थी, लेकिन अब BMC बड़ी मरम्मत का काम कर रही है।
मरम्मत का काम 30 जून तक चलेगा। इस दौरान 9 फीट से ऊंचे भारी वाहनों को इस ब्रिज पर जाने की इजाज़त नहीं होगी। मुंबई ट्रैफिक पुलिस ने नोटिफिकेशन जारी करके बताया है कि साउथ की ओर से आने वाले भारी वाहनों को स्लिप रोड से होते हुए संत सावंता जंक्शन और सेठ मोतीशाह जंक्शन की ओर मोड़ा जाएगा।
यह बैन 1 अप्रैल से लागू हो चुका है। पहले ही दिन ब्रिज पर बैरिकेड्स लगा दिए गए थे, लेकिन कई ट्रक और टेम्पो ड्राइवरों को इस बारे में जानकारी नहीं थी। इस वजह से उन्हें ब्रिज पर जाने से रोकना पड़ा। ट्रैफिक पुलिस इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए BMC से ट्रैफिक वॉर्डन मांगे थे। अब ब्रिज के पास ट्रैफिक व्यवस्था संभालने के लिए करीब 6 पुलिसकर्मी और वॉर्डन तैनात किए गए हैं।
अधिकारियों का कहना है कि ब्रिज को गिराने से पहले एक ओवरहेड ब्रिज बनाना ज़रूरी था ताकि ट्रैफिक को पुराने ब्रिज पर मोड़ा जा सके। हालांकि, ऐसा नहीं किया गया। ट्रैफिक पुलिस किसी भी तरह से इस ब्रिज पर ट्रैफिक रोकने के पक्ष में नहीं थी क्योंकि उनका कहना है कि उनके पास इस ब्रिज का कोई विकल्प नहीं है।
इस समय स्कूल-कॉलेज में परीक्षाएं चल रही हैं और कई कंपनियों में छुट्टियों का सीज़न है, इसलिए ट्रैफिक सामान्य से कम है। BMC के मुताबिक, ब्रिज के जीर्ण-शीर्ण रेलिंग को हटाकर नया लगाया जाएगा और ब्रिज के नीचे बड़ी मरम्मत का काम होगा। अधिकारियों का कहना है कि जून के अंत तक यह काम पूरा हो जाएगा।