मुंबई

डोम्बिवली में हड़कंप! गन्ने की बोरियों में 720 वोटर कार्ड बरामद, लापरवाही पर सवाल खड़े हुए!

डोम्बिवली में हड़कंप! गन्ने की बोरियों में 720 वोटर कार्ड बरामद, लापरवाही पर सवाल खड़े हुए!

डोम्बिवली से एक लापरवाही और सुरक्षा चूक का मामला सामने आया है, जिसने चुनाव प्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं. पिछले दिनों पुलिस को डोम्बिवली के पिसावली गांव में एक गन्ने की बोरी मिली, जिसमें चौंकाने वाली चीज़ थी – 720 वोटर कार्ड! जी हां, सैकड़ों वोटर कार्ड ऐसे ही खुलेआम पड़े हुए थे.

इन कार्डों की जांच करने पर पता चला कि इनमें से ज्यादातर (लगभग 679) तो साल 2006 से 2014 के बीच के पुराने कार्ड हैं. बाकी के 41 कार्ड थोड़े नए हैं, जो 2017 से 2021 के बीच जारी किए गए स्मार्ट कार्ड हैं.

अब ये सवाल उठता है कि आखिर ये कार्ड कूड़े की तरह फेंके जाने कैसे पहुंचे? जांच में पता चला कि ये वो कार्ड हैं जिनके लिए लोगों ने आवेदन तो किया था, लेकिन किसी कारणवश उन्हें लिया नहीं. असल में, इन कार्ड्स को डोम्बिवली के नेतीवली गांव के एक स्कूल में रखना चाहिए था. वहां एक बूथ चुनाव अधिकारी (BLO) को ये कार्ड लोगों को वितरित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी.

लेकिन यहीं पर लापरवाही की सबसे बड़ी कड़ी सामने आई. स्कूल में किसी ने ये सोचकर कि ये सिर्फ कबाड़ हैं, इन कार्डों और पुराने स्कूल के दस्तावेजों को कबाड़ी वाले को बेच दिया! ये लापरवाही न सिर्फ वोटर कार्ड की सुरक्षा के लिए खतरा है, बल्कि व्यक्तिगत जानकारी चोरी होने का भी जोखिम बनाती है.

गनीमत ये रही कि किसी सतर्क रहने वाले नागरिक ने इस गन्ने की बोरी को देखा और पुलिस को सूचना दी. जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी. फिलहाल पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. साथ ही, चुनाव अधिकारियों ने उस BLO को कारण बताओ नोटिस जारी किया है जिसकी जिम्मेदारी थी कि वो ये वोटर कार्ड लोगों तक पहुंचाए.

ये घटना चुनाव प्रणाली में सुरक्षा की कमियों को उजागर करती है. साथ ही, ये हमें ये भी सीख देती है कि हमारे वोटर कार्ड कितने महत्वपूर्ण दस्तावेज हैं. अपना वोटर कार्ड हमेशा संभाल कर रखें और किसी भी अनजान व्यक्ति को न दें. उम्मीद है कि इस मामले की जांच में सख्ती बरती जाएगी और आगे ऐसी लापरवाही की घटनाएं ना हों.

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