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सिक्किम में राजनीतिक उठान: पूरी तरह ‘विपक्ष मुक्त’ हो गया राज्य

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सिक्किम में नया राजनीतिक टर्न आया है जब सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (SDF) के एकमात्र विधायक तेनजिंग नोरबू लाम्था ने सत्तारूढ़ सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (SKM) में शामिल हो गए। इससे सिक्किम में अब विपक्ष का कोई नेता नहीं रह गया है।

सीएम ने सोशल मीडिया पर दी जानकारी

सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘फेसबुक’ पोस्ट के जरिए इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि, “आज मुझे अपने सरकरी आवास पर 23-स्याही विधानसभा सीट के विधायक तंनजिंग नोरबू लाम्था से मिलकर बहुत खुशी हुई। वे आधिकारिक तौर पर हमारे SKM परिवार में शामिल हो गए हैं।”

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गौरतलब है कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में, SKM ने 31 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि SDF को केवल एक सीट मिली थी। इससे पहले, SDF केंद्र में बीजेपी के संगठन NDA में शामिल था।

सीएम प्रेम सिंह तमांग ने बताया कि लाम्था ने SKM में शामिल होने के बाद उनसे मिलकर खुशी जाहिर की। उन्होंने भी दावा किया कि लाम्था ने अपने निर्वाचन क्षेत्र की चिंताओं को उजागर किया है और उन्हें हल करने के लिए उनकी सरकार विकास योजनाओं में सम्मिलित होगी।

विधानसभा में खाली सीटें

वर्तमान में, सिक्किम विधानसभा में 32 सीटों में से 30 सीटें SKM के पास हैं, जबकि 2 सीटें खाली हैं। इसका मतलब है कि वर्तमान में सिक्किम में विपक्ष का कोई प्रतिनिधि नहीं है।

इस प्रकार, लाम्था के SKM में शामिल होने से सिक्किम की राजनीति में नए उतार-चढ़ाव की उम्मीदें जुड़ी हैं। उनका ये कदम सिक्किम के राजनीतिक विकल्पों में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन ला सकता है।

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