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” बेटे पर गर्व है “: डोडा में शहीद हुए कैप्टन बृजेश थापा के माता-पिता

कैप्टन बृजेश थापा, शहीद , डोडा

जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में हुई एक दर्दनाक घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है। आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना के चार वीर जवान शहीद हो गए, जिनमें कैप्टन बृजेश थापा भी शामिल थे। इस घटना ने जहां एक ओर देश को गहरे शोक में डुबो दिया है, वहीं दूसरी ओर कैप्टन बृजेश थापा के माता-पिता ने अपने बेटे की बहादुरी और देशभक्ति पर गर्व व्यक्त किया है।

सोमवार की देर शाम, डोडा के देसा वन क्षेत्र के धारी गोटे उरबागी इलाके में सुरक्षा बलों द्वारा आतंकवादियों के खिलाफ एक संयुक्त घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाया गया। इस अभियान के दौरान, सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में कैप्टन बृजेश थापा सहित सेना के चार जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। दुर्भाग्य से, इन सभी वीर जवानों ने बाद में अपने प्राणों की आहुति दे दी।

कैप्टन बृजेश थापा बचपन से ही देश सेवा के लिए प्रतिबद्ध थे। उनके पिता, कर्नल भुवनेश थापा (सेवानिवृत्त), ने बताया कि बृजेश को बचपन से ही सेना में जाने का जुनून था। इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद भी, उन्होंने सेना में शामिल होने का फैसला किया और अपनी पहली ही कोशिश में सेना की कठिन परीक्षा पास कर ली। यह उनके दृढ़ संकल्प और देशसेवा के प्रति समर्पण को दर्शाता है।

कैप्टन बृजेश थापा के शहीद होने की खबर उनके माता-पिता के लिए एक बड़ा आघात थी। उनकी मां, नीलिमा थापा, ने बताया कि उन्हें यह दुखद समाचार रात को 11 बजे मिला। अपने दुख के बावजूद, उन्होंने अपने बेटे की बहादुरी और देशभक्ति पर गर्व व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “वह बहुत ही अच्छा लड़का था और हमेशा से सेना में जाना चाहता था। मुझे अपने बेटे पर बहुत गर्व है, जिसने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी।”

कैप्टन थापा के पिता, कर्नल भुवनेश थापा, ने भी अपने बेटे की शहादत पर गर्व व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “मुझे गर्व है कि मेरे बेटे ने देश और देश की सुरक्षा के लिए कुछ किया है।” उनके शब्द एक पिता के दर्द और एक सैनिक के गौरव का मिश्रण हैं, जो अपने बेटे की वीरता पर गर्व महसूस करते हैं।

इस मुठभेड़ में राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह के जवानों ने हिस्सा लिया। यह घटना न केवल सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी क्षति है, बल्कि पूरे देश के लिए एक गहरा दुख का क्षण है। हालांकि, इन वीर जवानों की शहादत ने एक बार फिर देश की सुरक्षा के लिए सैनिकों द्वारा किए जाने वाले बलिदान को रेखांकित किया है।

कैप्टन बृजेश थापा और उनके साथी जवानों की शहादत देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनकी वीरता और बलिदान हमेशा याद किया जाएगा। उनके माता-पिता का दृष्टिकोण, जो अपने व्यक्तिगत दुख के बावजूद देश के प्रति अपने बेटे के बलिदान पर गर्व करते हैं, हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। यह घटना हमें याद दिलाती है कि हमारी स्वतंत्रता और सुरक्षा की कीमत कितनी महंगी है, और हमें अपने वीर सैनिकों के बलिदान को हमेशा सम्मान देना चाहिए। कैप्टन बृजेश थापा और उनके साथी शहीदों को राष्ट्र सदैव याद रखेगा और उनकी वीरता को नमन करेगा।

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