मुंबई के लोकल स्टेशनों के पास अक्सर फुटओवर ब्रिज को लेकर विवाद होते रहते हैं। किंग सर्कल में जो नया ब्रिज बनने वाला है, उसे लेकर सायन के एक जूनियर कॉलेज ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी है। उनका कहना है कि इस ब्रिज की वजह से लड़कियों की सेफ्टी को खतरा हो जाएगा।
गुजराती केलवानी मंडल और सेवा मंडल एजुकेशन सोसाइटी, जो कि कॉलेज चलाते हैं, उनके वकील संजय उदेशी ने कोर्ट में कहा कि इस फुटओवर ब्रिज से सायन का ईस्ट और वेस्ट जुड़ जाएगा। इससे आसपास के नशेड़ी, लफंगे और असामाजिक तत्व वहां जमा होने लगेंगे, और लड़कियों के लिए कॉलेज आना-जाना मुश्किल हो जाएगा।
यूं भी, कॉलेज के बाहर कुछ मनचले टाइप के लड़के खड़े रहते हैं, जिससे लड़कियों को परेशानी होती है। अभी तो रेलवे ट्रैक के दोनों तरफ अलग-अलग हैं, तो थोड़ा बहुत बचाव है। लेकिन ये ब्रिज बनते ही सीधा कॉलेज के पास रास्ता खुल जाएगा! कॉलेज वालों ने लड़कियों की सुरक्षा के लिए CCTV कैमरे वगैरह लगा रखे हैं, और कई बार माटुंगा पुलिस को भी शिकायतें करनी पड़ती हैं।
हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस देवेंद्र कुमार उपाध्याय और जस्टिस आरिफ डॉक्टर की बेंच ने सेंट्रल रेलवे को नोटिस जारी किया है। मुंबई पुलिस को भी इस केस में पार्टी बनाने के लिए कहा गया है, ताकि वो अपना पक्ष रख सकें।
देखते हैं अब क्या होता है! मुंबई में ऐसे बहुत केसेस होते रहते हैं, पर आखिरकार वही होता है जो सरकार को करना होता है। कॉलेज वालों की चिंता जायज है, पर आजकल लड़कियों को अपनी सेफ्टी खुद ही करनी पड़ती है। किसी ब्रिज के बनने या ना बनने से कुछ खास फर्क नहीं पड़ने वाला!