शिंदे सेना का होगा घर वापसी? आज हम बात करेंगे महाराष्ट्र की राजनीति पर लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों के बाद पड़े असर की। जैसा कि आप सभी जानते हैं, महाराष्ट्र सियासत के गलियारों में हमेशा कुछ न कुछ चल रहा होता है। इस बार भी कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, शिंदे गुट के कुछ सांसद उद्धव ठाकरे के संपर्क में हैं और शिवसेना यूबीटी में वापस जाने की योजना बना रहे हैं। यह जानकारी अहम है क्योंकि शिवसेना के दोनों गुटों के बीच पिछले साल बड़ा फूट हुआ था। लेकिन इस बार के चुनावी नतीजों ने उन्हें मजबूर कर दिया है कि वे दोबारा आपस में गठबंधन करें।
शिंदे गुट ने महाराष्ट्र की 15 सीटों पर चुनाव लड़ा और 7 पर जीत हासिल की। लेकिन मुंबई की दोनों सीटें उद्धव ठाकरे के गुट ने जीतीं। यह स्पष्ट संकेत है कि कहीं न कहीं शिवसेना यूबीटी को लोगों का समर्थन मिल रहा है। शायद यही कारण है कि शिंदे गुट अब फिर से साथ आने पर विचार कर रहा है।
हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि कितने और कौन से सांसद उद्धव ठाकरे से बात कर रहे हैं। लेकिन यदि दोनों गुट फिर से आपस में मिल जाते हैं तो महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर भूचाल आ सकता है। साथ ही केंद्रीय स्तर पर भी इसका असर पड़ेगा।
क्योंकि ऐसा होने पर शिवसेना यूबीटी तीसरा सबसे बड़ा दल बन जाएगा। इस स्थिति में वह भाजपा को सरकार बनाने के लिए जरूरी रहेगा। ऐसे में उनकी मांगें स्वीकार करनी पड़ेगी। यही वजह है कि दिल्ली की सत्ता कोठरियों पर भी सभी की नजरें टिकी हैं।
वहीं, कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनगर ने भी इन खबरों को महत्व दिया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से इन खबरों को शेयर किया। कहा जा रहा है कि कुछ हद तक कांग्रेस और यूबीटी का गठबंधन हो सकता है। लेकिन यह देखना होगा कि कितना सच है।
दोस्तों, महाराष्ट्र की राजनीति में यह एक गंभीर मोड़ है। आने वाले दिनों में स्थिति और साफ होगी। मौजूदा विधानसभा के लिए भी चुनाव होने हैं। उससे पहले ही यदि दोनों शिवसेना गुट मिल जाएं तो स्थिति और अलग मोड़ लेगी। बहरहाल, हम सिर्फ रुचि से इस पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए रखेंगे। आप सभी भी अपडेट रहिए।