NEET पेपर लीक: नीट (NEET) पेपर लीक मामले में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। अब इसमें बिहार के एक बड़े अफसर का नाम सामने आया है, जो बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से जुड़े हैं। आइए जानते हैं, क्या है पूरा मामला।
प्रीतम कुमार कौन हैं?
प्रीतम कुमार बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं। वह 52 साल के हैं और अगस्त 2022 से तेजस्वी यादव के निजी सचिव के रूप में काम कर रहे हैं। बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने उन पर नीट पेपर लीक में शामिल होने का आरोप लगाया है। प्रीतम कुमार की मुश्किलें इस मामले के बाद बढ़ गई हैं।
प्रीतम कुमार पर आरोप क्या हैं?
बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा का कहना है कि प्रीतम कुमार का संबंध सिकंदर से है, जिसे पेपर लीक का मास्टरमाइंड माना जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रीतम ने सिकंदर के लिए गेस्टहाउस में कमरा बुक कराया था। यह मामला तब का है जब प्रीतम ने पथ निर्माण विभाग के कर्मचारी प्रदीप को बुलाकर कमरा बुक कराया था। पुलिस जांच में यह भी पता चला है कि प्रीतम कुमार और सिकंदर प्रसाद यादवेंदु लगातार संपर्क में थे।
सिकंदर प्रसाद यादवेंदु कौन है?
सिकंदर प्रसाद यादवेंदु दानापुर नगर परिषद में जूनियर इंजीनियर हैं। नीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार आरोपी अनुराग यादव ने बताया कि सिकंदर ने पेपर लीक करने की सारी व्यवस्था की थी। अनुराग ने बताया कि उसके फूफा सिकंदर ने उसे फोन कर कहा कि नीट की परीक्षा की सारी सेटिंग हो चुकी है और उसे कोटा से वापस बुला लिया। अनुराग को परीक्षा के प्रश्न पत्र और उत्तर पहले ही मिल गए थे, जिससे वह परीक्षा में अच्छे अंक ला सका।
राजद की प्रतिक्रिया
राजद (राष्ट्रीय जनता दल) ने इस मामले पर भाजपा और जनता दल यूनाइटेड पर भी आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि नीट पेपर लीक मामले में भाजपा शासित बिहार, गुजरात और हरियाणा में पेपर लीक हुआ है और तीनों जगह भाजपा नेताओं की संलिप्तता सामने आई है।
नीट पेपर लीक मामले में बड़े-बड़े नाम जुड़ रहे हैं और इससे जुड़ी जांच आगे बढ़ रही है। सरकार ने भी इस मामले में सख्त कार्रवाई का वादा किया है। इस प्रकरण के बाद परीक्षा की पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए जाने की उम्मीद है।
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