आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने कर्नाटक से कुमकी हाथी भेजने का अनुरोध किया है। यह कदम राज्य के कुछ हिस्सों में जंगली हाथियों द्वारा मचाए जा रहे उत्पात को रोकने के लिए उठाया गया है। कुमकी हाथी विशेष रूप से प्रशिक्षित होते हैं और जंगली हाथियों को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। इस मुद्दे पर पवन कल्याण ने कर्नाटक के वन मंत्री और मुख्यमंत्री से मुलाकात की और सहायता मांगी।
कुमकी हाथी: आंध्र प्रदेश की जंगली हाथी समस्या का समाधान
आंध्र प्रदेश के कुछ इलाकों में जंगली हाथियों ने भारी उत्पात मचा रखा है। इस समस्या से निपटने के लिए, राज्य के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने कर्नाटक से एक अनोखी मदद मांगी है – कुमकी हाथी। कुमकी हाथी विशेष रूप से प्रशिक्षित होते हैं, जो जंगली हाथियों को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। आइए जानते हैं इस पूरे मामले के बारे में विस्तार से।
पवन कल्याण ने हाल ही में कर्नाटक का दौरा किया। वहां उन्होंने कर्नाटक के वन मंत्री ईश्वर बी. खंड्रे और मुख्यमंत्री सिद्दारमैया से मुलाकात की। इस मुलाकात का मुख्य उद्देश्य था आंध्र प्रदेश के लिए कुछ कुमकी हाथी भेजने की अपील करना।
आंध्र प्रदेश के चित्तूर और पार्वतीपुरम मान्यम जिलों में जंगली हाथियों का आतंक है। ये हाथी खेतों और बागों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। कभी-कभी तो ये लोगों पर भी हमला कर देते हैं। इस साल मई में, चित्तूर जिले में एक हाथी ने एक मजदूर को कुचलकर मार डाला। जून में भी एक किसान की जान हाथी के हमले में चली गई।
पिछले साल अगस्त में भी एक दंपति की मौत जंगली हाथियों के हमले में हुई थी। मई में दो अलग-अलग घटनाओं में हाथियों ने दो लोगों की जान ले ली थी। इन घटनाओं ने आंध्र प्रदेश सरकार को चिंतित कर दिया है।
इसी चिंता के चलते उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने कर्नाटक से कुमकी हाथी मांगे हैं। कुमकी हाथी विशेष तरह से ट्रेन किए जाते हैं। ये हाथी जंगली हाथियों को काबू में करने में मदद करते हैं। कुमकी हाथियों की मदद से जंगली हाथियों को उनके प्राकृतिक आवास में वापस भेजा जा सकता है।
तमिलनाडु में कुमकी हाथियों का इस्तेमाल काफी सफल रहा है। वहां इन हाथियों को वन्यजीव संरक्षण के लिए उपयोग किया जाता है। इसी सफलता को देखते हुए, आंध्र प्रदेश भी इस तरीके को अपनाना चाहता है।
कुमकी हाथियों का इस्तेमाल न सिर्फ जंगली हाथियों को नियंत्रित करने में मदद करेगा, बल्कि इससे मानव-हाथी संघर्ष भी कम होगा। इससे किसानों की फसलों को होने वाले नुकसान में भी कमी आएगी। साथ ही, लोगों की जान का खतरा भी कम होगा।
आंध्र प्रदेश सरकार उम्मीद कर रही है कि कर्नाटक से कुमकी हाथी मिलने से राज्य में हाथियों की समस्या का समाधान हो जाएगा। अगर ऐसा होता है, तो यह न सिर्फ लोगों के लिए राहत की बात होगी, बल्कि जंगली हाथियों के संरक्षण में भी मदद मिलेगी।
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