Tilak Bridge: मुंबईकर अभी गोखले ब्रिज और बारफीवाला फ्लाईओवर के बीच हुए तालमेल के गड़बड़झाले से उबरे भी नहीं थे कि एक नया इंजीनियरिंग कारनामा लोगों को हैरान कर रहा है। दादर में बन रहे तिलक ब्रिज का एक खंभा एक रिहायशी इमारत से महज दो इंच की दूरी पर बना दिया गया है। अब रहवासी डरे हुए हैं कि कहीं पूरा ब्रिज ही उनके घर से होकर न गुज़र जाए!
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने लोगों को तब चौंका दिया था जब गोखले ब्रिज और बारफीवाला फ्लाईओवर के बीच दो मीटर का गैप छोड़ दिया गया था। अब महाराष्ट्र रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (MRIDC) ने एक नया कारनामा कर दिया है। दादर में बन रहे नए तिलक ब्रिज का एक खंभा उन्होंने एक 88 साल पुरानी इमारत से सटाकर बना दिया है। ब्रिटिश ज़माने के इस ब्रिज को नए सिरे से बनाया जा रहा है।
इमारत का नाम विष्णु निवास है, जो दादर (पश्चिम) में स्थित है। इमारत के मकान मालिक, हृषिकेश धुरी ने बताया कि जब पहले इमारत के पीछे की तरफ खंभा बनाया जा रहा था, तब उन्होंने BMC और MRIDC को शिकायत की थी। लेकिन इसके बावजूद, अब बिल्डिंग के सामने की तरफ भी एक और खंभा दो इंच की दूरी पर बना दिया गया है।
धुरी का कहना है, “काम शुरू करने से पहले किसी ने कोई सूचना नहीं दी। जिसने भी इस ब्रिज का डिज़ाइन बनाया है, उसने हमारी बिल्डिंग को पूरी तरह से नज़रअंदाज़ कर दिया है। BMC का कहना है कि ये खंभा हमें परेशान नहीं करेगा, लेकिन ये हमारे घर से कुछ ही इंच दूर है। मुझे ये भी चिंता है कि बिल्डिंग फिर से बनाने (redevelopment) के वक्त दिक्कत होगी।”
इस इमारत में 7 लोग रहते हैं, जिनमें कुछ वरिष्ठ नागरिक भी शामिल हैं। दो साल से वे निर्माण का शोर-शराबा झेल रहे हैं, और अब उन्हें चिंता है कि ब्रिज शुरू होने के बाद क्या हाल होगा। एक निवासी का कहना है कि निर्माण की वजह से उनकी मां को कई रातें बिना सोए बितानी पड़ी थीं। वहीं, एक दूसरे निवासी को डर है कि कहीं पूरा ब्रिज ही उनके घर से होकर न गुज़र जाए! उनका कहना है कि MRIDC को या तो पूरी बिल्डिंग खरीदकर उन्हें दूसरी जगह देनी चाहिए, या इस नुक सान का हर्जाना देना चाहिए।
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