BEST बसें तो हम सब जानते हैं… मुंबई में इनके बिना कुछ चलता ही नहीं है! पर क्या आपको पता है, BEST चलाने वाले कर्मचारियों का हाल बहुत बुरा है? सरकार से पैसा आना कम हो गया है, जिस वजह से इन लोगों की पेमेंट्स और सुविधाएं वगैरह सब अटकी पड़ी हैं।
जिन लोगों ने पूरी ज़िंदगी BEST की बसें दौड़ाईं, लोगों को घर तक पहुंचाया, उनकी अपनी हालत देखो! रिटायर होने के बाद ग्रैच्युटी का पैसा तक नहीं मिल रहा, जोकि उनका हक़ है। ऊपर से, कुछ कर्मचारियों ने तो जान हथेली पर रखकर कोरोना में भी काम किया था – उनका 78 करोड़ का कोरोना भत्ता भी रोका गया है। लगता है सरकार यह सब भूल गई है। कुल मिलाकर डेढ़ हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम बकाया है!
BEST को मुंबई महानगर पालिका से मदद मिलती है, पर अब वो मदद भी कम होती जा रही है। कर्मचारी क्या करें?
BEST कामगार सेना यूनियन इस मामले को उठाने की बात कर रही है। उनका कहना है कि वे प्रशासन से बात करके कोई हल निकालने की कोशिश करेंगे।
देखते हैं क्या होता है! एक बात तो है कि सरकार को इस ओर ध्यान देना ही होगा। नहीं तो बेचारे कर्मचारी क्या करेंगे, और BEST बसों का हाल क्या होगा?